Layer 3 Switch In Hindi-लेयर 3 स्विच क्या है?

हेल्लो दोस्तों हम इस post में layer 3 switch के बारे में पड़ेंगे . और साथ ही साथ हम layer 2 और layer 3 में क्या अंतर होता है उसके बारे में भी पड़ेंगे. तो चलिए शुरू करते है

Contents

 Layer 3 Switch In Hindi

Layer 3 switch एक switch है जो switching के अलावा routing का भी work करते है.
 
यह switch osi model की layer 2 और layer 3 दोनों कर कार्य करता है.
 
Client computer को किसी भी distant sub net से layer 3 के साथ connectivity के लिए एक default getaway की आवश्यकता होती है.
 
इस प्रकार के layer आपको switch और router दोनों के कार्य एक साथ करने में मदद करते है.
 
यह उन उपकरणों को जोड़ने के लिए एक switch के रूप में कार्य करता है. जो एक ही sub net या Vlan पर है
 
इस प्रकार के switch CISCO network ,switch routing protocol को support करते है. यह आने वाले packet की जाँच करने में मदद करते है.
 
और यह source और destination address के आधार पर routing यह decision(निर्णय) लेता है. और इस प्रकार layer 3 switch , switch और router दोनों के लिए कार्य करता है
 
बस इस बात का ध्यान रखे की layer 3 switch में WAN port नहीं होते है जिन्हें आपके network को design करते time में रखा जाना चाहिए.
Layer 3 Switch In Hindi-लेयर 3 स्विच क्या है
 

Advantages of Layer 3 switch

 Function:-

एक layer 2 switch केवल packet को एक port से दुसरे port पर switch कर सकता है. जबकि एक layer 3 switch switching के साथ -साथ routing दोनों कार्य कर सकता है.
 

IP Vs mac address: –

layer 2 switch data packet को source port से destination port पर redirect करने के लिए devices के mac address का use करते है. जबकि layer 3 switch special routing protocol का use करते है. 

Application: –

layer 2 switch hardware-based switch होते है. और mac address table को बनाए रखने के लिए ASIC (application specific integrated circuits) का use करता है.
यह एक बड़े domain को कई छोटे domain में divided करने के लिए layer 2 switching का use करता है.
Layer 3 switch, switch और router का mixture है जो आमतौर पर virtual LAN के अंदर routing के लिए use किया जाता है.
 

Speed: –

आमतौर पर layer 2 कम करने वाले switch layer 3 पर कम करने वाले switch की तुलना में कम time लेते है.  और layer 2 switch को packet भेजने के लिए mac address assign करने की आवश्यकता होती है.

Layer 2 और  layer 3 में अंतर

Layer 2

 यह OSI model के layer 2 कर कार्य करता है.
 
Mac address के आधार पर destination के लिए frames भेजता है.
 
यह सिर्फ mac address के साथ काम करता है.
 
इसका use लोकल network पर traffic को कम करने के लिए use करने के लिए करते है.
 
इसका use हम single broadcast domain के लिए करते है.
 
यह केवल एक network के अंदर communicate कर सकते है
 

Layer 3

यह OSI Model के layer 2 और layer 3 दोनों पर काम करते है.
 
यह IP address की मदद से route packet भेजता है.
 
इसमें layer 2 और layer 3 switch दोनों पर work कर सकते है.
 
ज्यादातर इसका use हम vlan use करने के लिए करते है.
 
इसमें data packet को उनके destination पर भेजने से पहले उसकी जाँच करने में time लगता है.
 
इसका use हम multiple-broadcast domain के लिए करते है.
 
इसका use कर हम network के अंदर और बाहर दोनो network के साथ communicate कर सकते है.
 
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