What is printer and types of printer? (प्रिंटर क्या है और उसके कितने प्रकार का होता है)

इस article में हम Printer के बारे में तथा  types of printer  को सरल व आसान भाषा में जानेंगे ..
तो चलिए start करते हैं……


 

Printer:-  printer एक output device है। जिससे hard copy प्राप्त होती है। यह output मुख्यतः text , image को paper पर print करता हैं.

Types of Printer:

 

Printersमुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।


1- impact printer (इंपैक्ट प्रिंटर ) :-

इस प्रकार के printer सेे printing Head paper पर मेकेनिकल impact करते है।

जिससे इस पर text अंकित हो जााते है।


2:- non – impact printer (नॉन- इम्पैक्ट प्रिंटर):-

इस प्रकार के printer हैड के द्वारा पेपर  पर कोई मैकेनिकल  इम्पपैक्ट नही होताा।इसमें लेेेजर बिम।

अथवा हीट के द्वारा कार्य होता है।

 

 


types of printer:—

 

1:- इम्पैक्ट प्रिंटर (impact printer) :-

 

यह paper पर impact  करता है। इम्पपैक्ट प्रिंटर , प्रिंट हेड का प्रयोग करता है।

टाइप राइटर की तरह जो इंक वाले रिबन पर impact करता है।

 

यह भी दो प्रकार के होते हैं।
(A)  करैक्टर प्रिंटर (character printer) 
(B)   line printer(लाइन प्रिंटर)



(A) कैरेक्टर प्रिंटर ( character printer):-

 

यह एक time में एक character प्रिंट करता है। जिसे पुनः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है।

(¡) डेज़ी व्हील प्रिंटर( daisy wheel printer)
(¡¡) डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (dot matrix printer)


(¡) डेज़ी व्हील प्रिंटर (daisy wheel printer):-

इस printer मैं मेटल हब एवं स्पोक्स( hub and spokes) होते हैं जिसमें अक्षर का उभार होता है जब spokes रिबन पर इम्पैक्ट करते हैं तब वह पेपर पर छप जाते हैं|

इस प्रिंटर की क्वालिटी अच्छी होती है लेकिन यह डॉट मैट्रिक्स से महंगा होता है।


(¡¡) डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर(dot matrix printer):-

 

इस प्रिंटर में बारीक पीन इंक वाले रिबन  पर इंपैक्ट करते हैं तब सभी नजदीकी डॉट्स सभी करैक्टर का आकार ले लेते हैं|
 इस प्रिंटर की स्पीड 3600cps( कॉपी पर सेकंड )होती है। यह प्रिंटर काफी मंहगे होते है। और यह बहुत बढ़िया प्रिंट क्वालिटी भी नही देता है।
यह प्रिंटर एक बार मे कई पेज छाप देता है। यह printer मुख्यतः offices में micro computer के साथ इस्तेमाल होते हैं।



(B) लाइन प्रिंटर (line printer):-

यह प्रिंटर एक समय में एक लाइन प्रिंट करता है इस प्रिंटर की प्रिंटिंग स्पीड करैक्टर प्रिंटर से ज्यादा होती है। 
Line printer को पुनः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है।

(अ) ड्रम प्रिंटर ( drum printer)
(ब) चैन प्रिंटर(chain printer)




(अ) ड्रम प्रिंटर (drum printer):-

 

इस printer में rotating ड्रम पर character रिंग के आकार में लगे होते हैं। जब hammer drum के character पर इंपैक्ट करता है। जिससे लाइन प्रिंट हो जाती है।




(ब) चैन प्रिंटर ( chain printer):-

chain printer, लगभग ड्रम प्रिंटर की तरह कार्य करता है परंतु इसमें घूमती हुई चैन पर character होते हैं जो रिबन पर hammer के द्वारा इंपैक्ट करके पेपर पर छप जाते हैं


इसे भी देखे:-

 

 

 


2- नॉन – इंपैक्ट प्रिंटर्स(non – impact printers):

इस प्रकार के printer में किसी प्रकार का impact नही किया जाता है। ये मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं।

 

  • Thermal printer:-

इस प्रकार के printer रिबन के  इंक पर आधारित वैक्स (wax) को पिघलाकर करेक्टर्स को हीट सेंसिटिव पेपर (heat sensitive paper) द्वारा प्रिंट करता है।
यह अच्छी गुणवत्ता की printing प्रदान करता है।
अन्य प्रिंटर्स की तुलना में इसकी मरम्मत के खर्चे मंहगे होते हैं।


  • इंक जेट ( Ink Jet ) प्रिंटर:-

एक ऐसा प्रिंटर है जो पेपर पर इंक छिड़क कर अपना काम करता है. इनमे कुछ चुम्बकीये प्लेट होती है जो इंक को उनकी सही जगह पर ही छिड़कती है. इंक जेट प्रिंटर के प्रिंट गुणवत्ता भी बहुत अच्छी होती है जो लगभग लेज़र प्रिंटर के प्रिंट के जैसी ही होती है.


  • लेज़र ( Laser ) प्रिंटर:-

लेज़र प्रिंटर पेपर पर प्रिंट करने के लिए लेज़र बीम का इस्तेमाल करते है ताकि इमेज को ड्रम ( drum ) पर उतर सके. लेज़र प्रिंटर की रोशनी इलेक्ट्रिक चार्ज को बदल कर उन्हें ड्रम तक पहुंचती है. उसके बाद ड्रम रोल होकर टोनर से गुजरता है. टोनर ड्रम से इलेक्ट्रिक चार्ज को पकड़ता है. अंत में टोनर को गर्मी और दबाव के साथ एक पेपर तक भेजा जाता है और इस तरह लेज़र प्रिंटर पेपर पर प्रिंट निकलता है.

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