ओपरेटिंग सिस्टम के फंक्शन ( function of operating system)


इस article में हम Function of operating system के बारे में  को सरल व आसान भाषा में जानेंगे ..
तो चलिए start करते हैं……


ओपरेटिंग सिस्टम के फंक्शन ( function of operating system):-

operating system  यूजर तथा कंप्यूटर सिस्टम के बीच इंटरफ़ेस ( interface) करने का कार्य करता है। operating system एक system software है। जो hard disk में store होता है। तथा जब सिस्टम on होता है। तब main memory में इसकी कुछ मुख्य file load हो जाती हैं। जो सिस्टम को चलाने के लिए आवश्यक होती है।

सभी प्रकार के operating system में o.s.  रिसोर्स मैनेजर की तरह निम्नलिखित चार function को नियन्त्रित ( Control)  करता है।

1- मैमोरी मैनेजमेंट फंक्शन (memory management function)

2- प्रोसेसर मैनेजमेंट फंक्शन ( processor management function)

3- डिवाइस मैनेजमेंट फंक्शन ( device management function) 

4- फ़ाइल मैनेजमेंट फंक्शन (file managment function)


इसे भी देखे:- 

 

 

 


  • मैमोरी मैनेजमेंट फंक्शन(memory management function):-

 

यह मेमोरी को व्यवस्थित रखने का कार्य करता है तथा मेमोरी का सारा रिकार्ड रखता है मैमोरी के  खाली होने तथा भरने दोनों को कंट्रोल करता है तथा प्राथमिकता के आधार पर फ्री मैमोरी स्लॉट अति आवश्यकता टास्क को पहले प्रदान  करता है एक प्रोसेस के खत्म होने पर फ्री हुई मेमोरी अन्य प्रोसेस को allocate करता है मल्टी प्रोग्रामिंग तथा मल्टी प्रोसेसिंग इसी फंक्शन द्वारा होते हैं.

 

  • प्रोसेसर मैनेजमेंट फंक्शन ( processor management function):-

 

यह प्रोसेसर के कार्यो पर ध्यान रखता है और यह सभी रिकॉर्ड सकता है कि कितने process चल रहे है।  तथा प्रोसेस कितना व्यस्त है
इसमें प्रत्येक  प्रोसेस को allocation time प्रोसेस की आवश्यकता के अनुसार मिलाता है तथा पहली जॉब पूरी होने के बाद दूसरी जॉब को allocation मिल जाता है.

 

  • डिवाइस मैनेजमेंट फंक्शन ( device management function):-

 

यह सिस्टम से जुड़ी सभी इनपुट एवं आउटपुट डिवासिस तथा नेटवर्क की जानकारी एवं उसके संचालन का ध्यान रखता है और यह ये भी ध्यान रखता है कि कौन सी जॉब कौन सी डिवाइस इस्तेमाल कर रही है और कितनी समय से प्रयोग कर रही है यह सभी जानकारी रखता हैं।

 

  • फ़ाइल मैनेजमेंट फंक्शन (file management function):-

 

यहां सभी फाइल का रिकॉर्ड लगता है कौन सी फाइल किस जॉब द्वारा प्रयोग हो रही है और कितने समय से प्रयोग हो रही है.

साथ साथ संबंधित फाइलों को डायरेक्टरी में रख रखना भी इसी का कार्य है

किस फाइल को रीड(read) राइट(right)  तथा execute करता है इसका मैनेजमेंट भी करता है.

फाइल का reallocation एवं फाइल बंद करना भी इसकी देखरेख में होता है.


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